बहिर्वेधन प्रक्रिया (ऐक्स्ट्रूजन प्रोसेस)
तप्त बहिर्वेधन धातु प्ररूपण की एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे उच्च दाब पर बल लगाकर गर्म विलेट के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्र को एक आकृति की डाई मे प्रवाह द्वारा कम किया जाता है। बहिर्वेधन प्रक्रिया के दौरान धातु विलेट सभी तीनो दिशाओं मे संपीड़न तनाव की स्थिति मे होता है। कोई लचीला बल प्रस्तुत नही होता है जोकि बिना धतु को तोडे सम्भवित उच्च विरूपण बनाता है। तप्त बहिर्वेधन कम विरूपण प्रतिरोध निरंतर पार अनुभाग के लंबे सीधे धातु उत्पादों के सापेक्ष उत्पादित धातुओ मे व्यापक रूप से प्रयोग मे लाई जाती है (जैसे - दण्डवत, ठोस और खोखले भाग, नली, तार और पट्टिकायें) जिन धातुओ कोे शीत बहिर्वेधन के द्वारा प्रतिरूपित नही किया जा सकता। इसकी ऊर्जा और पदार्थ को बचाए रखने की योग्यता और अवयव में सजातीय गुण की गुणवत्ता सुधार और विकास के कारण उद्योगो मे तप्त बहिर्वेधन प्रक्रिया बहुत आकर्षक प्रक्रिया है। बहिर्वेधन प्रक्रिया के औद्योगिक उपयोग में डाइ डिजाइन और प्रक्रिया नियंत्रण प्रयोगसिद्ध ज्ञान पर आधारित है।
